स्कूल प्रिंसिपल संदेश

श्री ओमप्रकाश

आप में से एक के रूप में, मैं समझता हूं और हमारे सामने सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य की सराहना करता हूं। एक बच्चे की नियति को आकार देना हममें से प्रत्येक के लिए बड़े गर्व की बात है। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य दुनिया में अन्य जीवित प्राणियों के साथ हर व्यक्ति में अपने स्वयं के सामंजस्य में सामंजस्य - सामंजस्य स्थापित करना है। इसलिए हमारा लक्ष्य हमेशा पाठ्यचर्या और सह-पाठयक्रम गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तित्व संवर्धन रहा है।
शिक्षण एक कैरियर या एक पेशे से बहुत अधिक है। यह (शिक्षण) एक जिम्मेदार नागरिक में बच्चे को ढालने और आकार देने की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। मुझे यकीन है कि मेरे छात्र समाज के उत्पादक, बुद्धिमान और ईमानदार नागरिक बन जाएंगे। वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए माता-पिता की सक्रिय भागीदारी और सहयोग बेहद आवश्यक होगा। हम उत्कृष्ट उत्साह के साथ नए उत्साह की तलाश करने का प्रयास करते हैं ताकि प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में हमारे छात्र आत्म-संयमित हो सकें और उड़ने वाले रंगों के साथ बाहर आ सकें।
श्री ओमप्रकाश
प्रधान अध्यापक